कल जब मैंने टीवी खोला...
तो टीवी खोलते ही आमिर भक्त, कांग्रेस भक्त और वामपंथ के रास्ते देश को आगे बढ़ाने की बात कहनेवाले चैनल एनडीटीवी पर नजर पड़ी, जहां अशोक पंडित, एंकर अभिज्ञान प्रकाश के ज्ञान की धज्जियां उड़ा रहे थे और अभिज्ञान अपने अधकचरे ज्ञान से खुद को बचाने का असफल प्रयास कर रहा था...
इन दिनों आमिर के उपर टीवी में खुब बहस चल रही है...टीवी का एक तबका आमिर के पक्ष में आ गया तो दूसरा तबका उसके विरोध में...
आमिर के पक्ष में आ गया एनडीटीवी मोदी के विरोध में जमकर अपनी वाणी का सही इस्तेमाल कर रहा है...बिहार के चुनाव में मोदी की हार से प्रसन्न एनडीटीवी ऐसा मौका कभी नहीं छोड़ना चाहता, जिसमें मोदी की बखिया उधेड़ने की बात हो... पर कभी – कभी उलटी दांव भी चल जाती है, जैसा कि कल अशोक पंडित ने एनडीटीवी की अपने वाक्यांशों से वो कर डाली, जो सपने में भी अभिज्ञान ने नहीं सोचा होगा...
और अब बात आमिर की...
आमिर से पूछिये...कि बेटा कभी पाकिस्तान या बांगलादेश गये हो, जहां हिन्दूओं की बेटियों को प्रतिदिन जलालत झेलनी पड़ती है, क्योंकि वे हिंदू है, गर नहीं तो कम से कम वहां की अखबारें तो पढ़ लो, जहां का मुस्लिम समुदाय वहां की हिन्दु बेटियों का अपहरण करता है, फिर उसकी इज्जत लूटता है और फिर उसका धर्मांतरण कराता है और फिर इस्लाम जिंदाबाद का नारा बुलंद करता है...दूसरी बात क्या आमिर बता सकता है कि पाकिस्तान और बांगलादेश में हिंदूओँ की संख्या लगातार घटती क्यों चली गयी, क्या वहां के सारे हिंदू पुरुष नपुंसक थे क्या?
और आजादी के बाद भारत में रह रहे सारे मुसलमान असली मर्द थे क्या? कि वे लगातार अपनी जनसंख्या बढ़ाते चले गये, स्थिति तो ऐसी है कि कालांतराल में भारत में ही हिंदू अल्पसंख्यक हो जायेंगे, कई राज्यों में जैसे जम्मू-कश्मीर या नार्थ-ईस्ट इलाकों में तो हिन्दूओं की हालत दोयम दर्जें की हो गयी है...।
तीसरी बात मैंने इसके पहले जब आमिर की फिल्म पीके आयी थी तो कुछ लिखा था, जो इस फेसबुक में मौजूद है, सभी पढ़े...और पूछे आमिर से कि बेटा क्या जिस धर्म से तुम आते हो?, उसमें सब कुछ क्या सही है? , गर सब कुछ सही नहीं है तो उसके अंदर जो दकियानूसी चीजें है, उस पर तुम्हारी हिम्मत है कि फिल्म बना दो...वो कहेगा, कि नहीं...क्योंकि वो जानता है कि फिर क्या होगा? ...मैं कहता हूं कि जब पहले सहिष्णुता की बात करते हो, तो तुम अपने धर्म में इसे दिखाओ...और तुम्हारी सहिष्णुता उस वक्त कहां चली जाती है, जब धर्म के नाम पर तुम्हारे लोग पूरे विश्व में आंतक मचा रहे होते है, जिससे पूरी दुनिया ही त्रस्त हो गयी...
तुम बोलते हो कि भारत से कहीं और चले जाये...तो तुम्हे रोका किसने है, तुम्हारे पास इतने पैसे है कि तुम पैसे के बल पर कहीं भी चले जाओगे और तुम्हें शरण भी मिल जायेगी, पर हम कहां जायेंगे, बेईमान...मुझे तो यहीं रहना है...क्योंकि तुम्हारे जैसा मैं गद्दार नहीं, कि जिस देश में खाया, कमाया और जब उड़ने की बारी आयी तो देश को गाली देकर चल दिये...
तुम्हारे ही जैसा एक और आदमी था, नाम था – मकबूल फिदा हुसैन, वह हमेशा हिन्दू देवी – देवताओं की अश्लील चित्र बनाता था, पर कभी इस्लाम पर उसका ऐसा चित्र नहीं आया, क्योंकि वह जानता था कि असहिष्णु कौन है...इसलिए वो जी भर कर हिन्दू देवी-देवताओं की गालियां दी और फिर मुस्लिम देश की ओर चल दिया...ठीक उसी प्रकार की हरकत तुमने कर दी...जी भरकर पीके फिल्म में हिन्दू देवी – देवताओं की गाली दी, और अब पूरे देश के हिन्दूओं के गालों पर असहिष्णु का तमाचा जड़ कर विदेश जाने की बात कर दी...।
इस मुददे पर तुम्हारे साथ कांग्रेस और आप के लोग है...ये कितने देश भक्त है...पूरा देश इन्हें जानता है...अभी देश पर जान छिड़कनेवाले दिल्ली की 70 सीटों में से 67 सीटों पर कब्जा जमानेवाले दिल्ली की जनता की फिक्र छोड़ अपने 67 विधायकों को ढाई-ढाई लाख रुपये का मासिक वेतन दिलवाने जा रहे है...और लालू के साथ गले मिलकर भ्रष्टाचार का नया पैतरा कैसे सीखा जाये, इसके लिए लालू को गले लगा रहे है...ऐसे लोग तुम्हारे साथ जरुर होंगे...पर जहां से तुमने कमाना सीखा...हमें खुशी है कि वहां के लोगों ने तुम्हारे उपर थूका है...हो सकता है कि इनकी संख्या तुम्हारी नजरों में कुछ भी नहीं हो...पर आमिर ये जान लो कि देश की आजादी में मुट्ठी भर ही लोग लड़े थे...नहीं तो पूरा देश गर खड़ा हो जाता तो सरकार किस-किसको स्वतंत्रता सेनानी का वेतन देती...स्वतंत्रता सेनानी का वेतन मिलना इस बात का संकेत है कि इस देश में गद्दारों की संख्या सर्वाधिक और देश भक्तों की संख्या का अकाल हमेशा से रहा है...
ऐसे भी, मैं जानता हूं कि तुम क्या हो? ...कल तक कांग्रेस का शासन था...मुंबई-दिल्ली कई राज्यों के प्रमुख शहरों में कत्लेआम हुआ...पूरे देश में सिक्खों का कत्ल राजीव के शासन में हुआ...इंदिरा के मरने के समय... राजीव का बयान आया था कि कोई पेड़ गिरता है तो कंपन होती है, और उसमें कई सिक्ख मारे गये...ये सिक्खों को मारनेवाला कौन था...पूछो अपने कांग्रेसियों से....उस वक्त सहिष्णुता कहां गयी थी...
इधर जब से मोदी आया है...मोदी विरोधियों का एक ही सूत्र रह गया है...मोदी हटाओ, देश की इज्जत चली जाये तो चली जाये, पर मोदी नहीं रहना चाहिए...और एक मोदी है, जो इन सबसे अलग देश की इज्जत और विकास के मुद्दे पर पूरे विश्व में भारत की नई ईमारत तैयार कर रहा है, और जरा इन बेहुदों को देखिये...जो ऐसी जगह रहते है...जहां कोई इनका बाल बांका नहीं कर सकता...पर इन्हें अब भारत में रहना खतरा सा दीख रहा है...इससे बड़ी गद्दारी और क्या हो सकती है? और उससे भी बड़ी गद्दारी तो वे कर रहे है, जो इसके सुर में सुर मिला रहे है...जो इनके सुर में सुर मिला रहे है, वे जान ले कि देश वो नहीं भी रहेंगे तो रहेगा...देश के प्रति ईमानदारी नहीं छोड़े...नहीं तो आनेवाले समय में ये सभी जयचंद ही कहलायेंगे...
आज इस्लाम के नाम पर जो आईएस पूरे विश्व में कोहराम मचा रहा है...उसे पूरी दुनिया देख रही है...रुस, चीन, फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन, अफ्रीका, यहां तक कई मुस्लिम देश भी, कितने देश का नाम गिनाये, सभी आईएस के खिलाफ लग गये है...इस्लाम से अनजाने भय से लोग इतने डर गये है कि लोग बुर्का और काले रंग को देखकर कांप जा रहे है...और ये कहते है कि भारत में असहिष्णुता बढ़ी है...
हाल ही में एक अखबार में पढ़ा कि ब्रिटेन में 300 प्रतिशत असहिष्णुता बढ़ी है, फिर भी वहां के किसी भी विरोधी दल के नेता ने, अपने देश और सरकार के प्रति घिनौने शब्द का प्रयोग नहीं किया पर जरा इस देश के नये – नये चपड़गंजूओं को देखिये...दिये जा रहे है...
अरे आमिर पूछो तो राहुल गांधी से कि जहां कलबुर्गी की हत्या हुई...वहां किस पार्टी का शासन है? और पुछो जहां दादरी हुआ वहां किस पार्टी का शासन है?
क्या तुम्हें मालूम नहीं कि लॉ एंड आर्डर राज्य के अंतर्गत आता है...तो फिर जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया...उन्हें जेल में डालने का काम किसका है...यानी काम गलत करे तुम्हारे अब्बा और गाली सुने हम वाली कहावत चरितार्थ कर रहे हो...गर ये कहावत नहीं सुने हो तो ये कहावत जरुर सुने होंगे कि खेत खाये गदहा और मार खाये जुलाहा...
आमिर तुमने सिद्ध कर दिया कि तुम मकबूल फिदा हुसैन के बताये मार्ग पर चल रहे हो...
तुमने सिद्ध कर दिया कि तुम ही सिर्फ असली मुसलमान हो और भारत में रह रहे अन्य मुसलमान, मुसलमान नहीं है...
तुमने सिद्ध कर दिया कि तुम देश के प्रति वफादार नहीं हो...
और तुमने उनके भी चेहरे से पर्दा उठा दिया जो कहते है कि देश उनके लिए सर्वोपरि है...
और एनडीटीवी वाले तुम भी जान लो, ये जो तुम बार – बार पूछते हो न कि हम देशभक्त है या नहीं, इसका सर्टिफिकेट कौन देगा या कौन बांट रहा है...तो मैं तुम्हें बताता हूं...अभिज्ञान और तुम्हारे आका...
ये सर्टिफिकेट तुम्हारे शरीर के अंदर किसी कोने में आत्मा बैठी है, वो देती है, और ये तब सर्टिफिकेट जारी करती है, जब तुम्हारे पास कुछ नहीं होता...तुम तो लाखों – करोड़ों में खेल रहे हो, तुमको देश की क्या चिंता...
चिंता तो उन्हें है, जो खेतों में हल चलाकर जीते है...जिनके बेटे सीमा पर खड़े है...और तुम, तुम क्या जानो देशभक्ति...बस अपनी बीवी और बेटों के पास जाकर कहना कि बेटा घबराना नहीं...रतलाम सीट से भाजपा हार गयी है...हां हां ये मत बताना कि मणिपुर में भाजपा दो विधानसभा सीटें जीतकर खाता खोल दी हैं, नहीं तो तुम्हारा बीवी – बेटा डर जायेगा...समझे लल्ला...
तो टीवी खोलते ही आमिर भक्त, कांग्रेस भक्त और वामपंथ के रास्ते देश को आगे बढ़ाने की बात कहनेवाले चैनल एनडीटीवी पर नजर पड़ी, जहां अशोक पंडित, एंकर अभिज्ञान प्रकाश के ज्ञान की धज्जियां उड़ा रहे थे और अभिज्ञान अपने अधकचरे ज्ञान से खुद को बचाने का असफल प्रयास कर रहा था...
इन दिनों आमिर के उपर टीवी में खुब बहस चल रही है...टीवी का एक तबका आमिर के पक्ष में आ गया तो दूसरा तबका उसके विरोध में...
आमिर के पक्ष में आ गया एनडीटीवी मोदी के विरोध में जमकर अपनी वाणी का सही इस्तेमाल कर रहा है...बिहार के चुनाव में मोदी की हार से प्रसन्न एनडीटीवी ऐसा मौका कभी नहीं छोड़ना चाहता, जिसमें मोदी की बखिया उधेड़ने की बात हो... पर कभी – कभी उलटी दांव भी चल जाती है, जैसा कि कल अशोक पंडित ने एनडीटीवी की अपने वाक्यांशों से वो कर डाली, जो सपने में भी अभिज्ञान ने नहीं सोचा होगा...
और अब बात आमिर की...
आमिर से पूछिये...कि बेटा कभी पाकिस्तान या बांगलादेश गये हो, जहां हिन्दूओं की बेटियों को प्रतिदिन जलालत झेलनी पड़ती है, क्योंकि वे हिंदू है, गर नहीं तो कम से कम वहां की अखबारें तो पढ़ लो, जहां का मुस्लिम समुदाय वहां की हिन्दु बेटियों का अपहरण करता है, फिर उसकी इज्जत लूटता है और फिर उसका धर्मांतरण कराता है और फिर इस्लाम जिंदाबाद का नारा बुलंद करता है...दूसरी बात क्या आमिर बता सकता है कि पाकिस्तान और बांगलादेश में हिंदूओँ की संख्या लगातार घटती क्यों चली गयी, क्या वहां के सारे हिंदू पुरुष नपुंसक थे क्या?
और आजादी के बाद भारत में रह रहे सारे मुसलमान असली मर्द थे क्या? कि वे लगातार अपनी जनसंख्या बढ़ाते चले गये, स्थिति तो ऐसी है कि कालांतराल में भारत में ही हिंदू अल्पसंख्यक हो जायेंगे, कई राज्यों में जैसे जम्मू-कश्मीर या नार्थ-ईस्ट इलाकों में तो हिन्दूओं की हालत दोयम दर्जें की हो गयी है...।
तीसरी बात मैंने इसके पहले जब आमिर की फिल्म पीके आयी थी तो कुछ लिखा था, जो इस फेसबुक में मौजूद है, सभी पढ़े...और पूछे आमिर से कि बेटा क्या जिस धर्म से तुम आते हो?, उसमें सब कुछ क्या सही है? , गर सब कुछ सही नहीं है तो उसके अंदर जो दकियानूसी चीजें है, उस पर तुम्हारी हिम्मत है कि फिल्म बना दो...वो कहेगा, कि नहीं...क्योंकि वो जानता है कि फिर क्या होगा? ...मैं कहता हूं कि जब पहले सहिष्णुता की बात करते हो, तो तुम अपने धर्म में इसे दिखाओ...और तुम्हारी सहिष्णुता उस वक्त कहां चली जाती है, जब धर्म के नाम पर तुम्हारे लोग पूरे विश्व में आंतक मचा रहे होते है, जिससे पूरी दुनिया ही त्रस्त हो गयी...
तुम बोलते हो कि भारत से कहीं और चले जाये...तो तुम्हे रोका किसने है, तुम्हारे पास इतने पैसे है कि तुम पैसे के बल पर कहीं भी चले जाओगे और तुम्हें शरण भी मिल जायेगी, पर हम कहां जायेंगे, बेईमान...मुझे तो यहीं रहना है...क्योंकि तुम्हारे जैसा मैं गद्दार नहीं, कि जिस देश में खाया, कमाया और जब उड़ने की बारी आयी तो देश को गाली देकर चल दिये...
तुम्हारे ही जैसा एक और आदमी था, नाम था – मकबूल फिदा हुसैन, वह हमेशा हिन्दू देवी – देवताओं की अश्लील चित्र बनाता था, पर कभी इस्लाम पर उसका ऐसा चित्र नहीं आया, क्योंकि वह जानता था कि असहिष्णु कौन है...इसलिए वो जी भर कर हिन्दू देवी-देवताओं की गालियां दी और फिर मुस्लिम देश की ओर चल दिया...ठीक उसी प्रकार की हरकत तुमने कर दी...जी भरकर पीके फिल्म में हिन्दू देवी – देवताओं की गाली दी, और अब पूरे देश के हिन्दूओं के गालों पर असहिष्णु का तमाचा जड़ कर विदेश जाने की बात कर दी...।
इस मुददे पर तुम्हारे साथ कांग्रेस और आप के लोग है...ये कितने देश भक्त है...पूरा देश इन्हें जानता है...अभी देश पर जान छिड़कनेवाले दिल्ली की 70 सीटों में से 67 सीटों पर कब्जा जमानेवाले दिल्ली की जनता की फिक्र छोड़ अपने 67 विधायकों को ढाई-ढाई लाख रुपये का मासिक वेतन दिलवाने जा रहे है...और लालू के साथ गले मिलकर भ्रष्टाचार का नया पैतरा कैसे सीखा जाये, इसके लिए लालू को गले लगा रहे है...ऐसे लोग तुम्हारे साथ जरुर होंगे...पर जहां से तुमने कमाना सीखा...हमें खुशी है कि वहां के लोगों ने तुम्हारे उपर थूका है...हो सकता है कि इनकी संख्या तुम्हारी नजरों में कुछ भी नहीं हो...पर आमिर ये जान लो कि देश की आजादी में मुट्ठी भर ही लोग लड़े थे...नहीं तो पूरा देश गर खड़ा हो जाता तो सरकार किस-किसको स्वतंत्रता सेनानी का वेतन देती...स्वतंत्रता सेनानी का वेतन मिलना इस बात का संकेत है कि इस देश में गद्दारों की संख्या सर्वाधिक और देश भक्तों की संख्या का अकाल हमेशा से रहा है...
ऐसे भी, मैं जानता हूं कि तुम क्या हो? ...कल तक कांग्रेस का शासन था...मुंबई-दिल्ली कई राज्यों के प्रमुख शहरों में कत्लेआम हुआ...पूरे देश में सिक्खों का कत्ल राजीव के शासन में हुआ...इंदिरा के मरने के समय... राजीव का बयान आया था कि कोई पेड़ गिरता है तो कंपन होती है, और उसमें कई सिक्ख मारे गये...ये सिक्खों को मारनेवाला कौन था...पूछो अपने कांग्रेसियों से....उस वक्त सहिष्णुता कहां गयी थी...
इधर जब से मोदी आया है...मोदी विरोधियों का एक ही सूत्र रह गया है...मोदी हटाओ, देश की इज्जत चली जाये तो चली जाये, पर मोदी नहीं रहना चाहिए...और एक मोदी है, जो इन सबसे अलग देश की इज्जत और विकास के मुद्दे पर पूरे विश्व में भारत की नई ईमारत तैयार कर रहा है, और जरा इन बेहुदों को देखिये...जो ऐसी जगह रहते है...जहां कोई इनका बाल बांका नहीं कर सकता...पर इन्हें अब भारत में रहना खतरा सा दीख रहा है...इससे बड़ी गद्दारी और क्या हो सकती है? और उससे भी बड़ी गद्दारी तो वे कर रहे है, जो इसके सुर में सुर मिला रहे है...जो इनके सुर में सुर मिला रहे है, वे जान ले कि देश वो नहीं भी रहेंगे तो रहेगा...देश के प्रति ईमानदारी नहीं छोड़े...नहीं तो आनेवाले समय में ये सभी जयचंद ही कहलायेंगे...
आज इस्लाम के नाम पर जो आईएस पूरे विश्व में कोहराम मचा रहा है...उसे पूरी दुनिया देख रही है...रुस, चीन, फ्रांस, अमेरिका, ब्रिटेन, अफ्रीका, यहां तक कई मुस्लिम देश भी, कितने देश का नाम गिनाये, सभी आईएस के खिलाफ लग गये है...इस्लाम से अनजाने भय से लोग इतने डर गये है कि लोग बुर्का और काले रंग को देखकर कांप जा रहे है...और ये कहते है कि भारत में असहिष्णुता बढ़ी है...
हाल ही में एक अखबार में पढ़ा कि ब्रिटेन में 300 प्रतिशत असहिष्णुता बढ़ी है, फिर भी वहां के किसी भी विरोधी दल के नेता ने, अपने देश और सरकार के प्रति घिनौने शब्द का प्रयोग नहीं किया पर जरा इस देश के नये – नये चपड़गंजूओं को देखिये...दिये जा रहे है...
अरे आमिर पूछो तो राहुल गांधी से कि जहां कलबुर्गी की हत्या हुई...वहां किस पार्टी का शासन है? और पुछो जहां दादरी हुआ वहां किस पार्टी का शासन है?
क्या तुम्हें मालूम नहीं कि लॉ एंड आर्डर राज्य के अंतर्गत आता है...तो फिर जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया...उन्हें जेल में डालने का काम किसका है...यानी काम गलत करे तुम्हारे अब्बा और गाली सुने हम वाली कहावत चरितार्थ कर रहे हो...गर ये कहावत नहीं सुने हो तो ये कहावत जरुर सुने होंगे कि खेत खाये गदहा और मार खाये जुलाहा...
आमिर तुमने सिद्ध कर दिया कि तुम मकबूल फिदा हुसैन के बताये मार्ग पर चल रहे हो...
तुमने सिद्ध कर दिया कि तुम ही सिर्फ असली मुसलमान हो और भारत में रह रहे अन्य मुसलमान, मुसलमान नहीं है...
तुमने सिद्ध कर दिया कि तुम देश के प्रति वफादार नहीं हो...
और तुमने उनके भी चेहरे से पर्दा उठा दिया जो कहते है कि देश उनके लिए सर्वोपरि है...
और एनडीटीवी वाले तुम भी जान लो, ये जो तुम बार – बार पूछते हो न कि हम देशभक्त है या नहीं, इसका सर्टिफिकेट कौन देगा या कौन बांट रहा है...तो मैं तुम्हें बताता हूं...अभिज्ञान और तुम्हारे आका...
ये सर्टिफिकेट तुम्हारे शरीर के अंदर किसी कोने में आत्मा बैठी है, वो देती है, और ये तब सर्टिफिकेट जारी करती है, जब तुम्हारे पास कुछ नहीं होता...तुम तो लाखों – करोड़ों में खेल रहे हो, तुमको देश की क्या चिंता...
चिंता तो उन्हें है, जो खेतों में हल चलाकर जीते है...जिनके बेटे सीमा पर खड़े है...और तुम, तुम क्या जानो देशभक्ति...बस अपनी बीवी और बेटों के पास जाकर कहना कि बेटा घबराना नहीं...रतलाम सीट से भाजपा हार गयी है...हां हां ये मत बताना कि मणिपुर में भाजपा दो विधानसभा सीटें जीतकर खाता खोल दी हैं, नहीं तो तुम्हारा बीवी – बेटा डर जायेगा...समझे लल्ला...
No comments:
Post a Comment