Saturday, February 4, 2017

नेता जी के लिए विधानसभा..........

नेता जी के लिए विधानसभा...
वकीलों के लिए हाईकोर्ट...
पत्रकारों के लिए प्रेस क्लब...
और आम जनता के लिए...
बाबा जी का ठुल्लू...
एक साल हो गये पहाड़ी मंदिर से तिरंगा गायब है...
बड़ी ताम-झाम से साहेब ने यहां तिरंगा फहराया था...
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को रांची बुलाया था...
आम जनता को सपने दिखाया था...
आज वहां खंभा तो दिखता है, पर तिरंगा गायब है...
आज देखिये...
इसी रास्ते से साहेब का काफिला निकलता है...
पर समय नहीं कि वो तिरंगा को पुनः वहां लहरा दें...
आम जनता को एक बार फिर वहीं खुशी दिला दें...
खूब हल्ला करते है...
खेल विश्वविद्यालय देंगे...
सीसीएल से एमओयू किये है...
दो साल हो गये...
एमओयू पड़ा है...
खेल विश्वविद्यालय के लिए सब कुछ है...
ढांचा भी है, पर इनके निर्णयों और निश्चयों से ये गायब है...
एंटी करप्शन ब्यूरो बनाये है...
ये ब्यूरो ऐसा है कि...
उसे थर्ड और फोर्थ ग्रेड के कर्मचारी ही घूसखोर दिखते है...
पर ए ग्रेड और बी ग्रेड के अधिकारियों को पकड़ने में...
इसको दादी और नानी याद आ जाती है...
शायद इसे लगता है कि यहां के सारे आइएएस-आइपीएस...
दूध के धूले है...
कमाल है, बलात्कारियों का दल...
पूरे झारखण्ड में खुला घूमता है...
वो मां-बहनों की इज्जत से खेलता है...
मां-बहनों की हत्या भी कर डालता है...
पर,
अपनी पुलिस उन दुष्कर्मियों को पकड़ने में असफल रहती है...
सरकार ने इन्हें बड़े-बड़े वाहन दिये है...
ये बिना नंबर के इस वाहन पर चढ़कर खूब ऐश करते है...
पर सच्चाई ये है कि अपराधियों से ये नैन-मटका करते है...
विधि-व्यवस्था का ये हाल है...
कि बड़े – बड़े शैक्षिक संस्थानों में भी अपराधिक घटनाएं घटती है...
पर नेता और उनके दलाल...
उन शैक्षिक संस्थाओं को बचाने में ही ज्यादा समय लगाते है...
आम जनता मरने को विवश है...
किसानों-मजदूरों के लिए बड़े-बड़े दावे है...
किसान अपनी मेहनत से कमाये फसल को...
सड़कों पर फेंकने को मजबूर है...
पर मजाल है कि सरकार और उनके नुमाइंदे...
किसानों के आंसू पोछने के लिए उनके घरों तक पहुंच जाये...
पूंजीपतियों को बुलाने और झारखण्ड लूटवाने को पूरा कुनबा तैयार हैं...
जनता बेहाल है, सरकार और सरकार के नुमाइंदे मालामाल है...
इस बार हाथी उड़वाने के लिए सीएम मचल रहे है...
मचल तो आइएएस और आइपीएस भी रहे है...
यहीं मौका है...
मिलकर लूटने का पर्व जल्द ही आनेवाला है...
इन अंधेरों को पत्रकार नहीं देख पाते है...
क्योंकि उनके आका को ये राजनीतिबाज...
पहले ही खरीद चूके है...
मेडिकल हब बनाने का शोर...
हर रोज सुनाई देता है...
पर रांची में ही बने अस्पताल सदर...
कब खुलेंगे...
इसका जवाब किसी के पास नहीं है...
हरमू के सौंदर्य नाम पर खूब ढिंढोरा पीटा...
वो हरमू जो कल नदी थी...
आज नाली रुप धर लिया...
आग लगे ऐसे सौंदर्यीकरण को...
जो नदी को नाली बना दें...
नेता-अधिकारी-ठेकेदार का पेट बहुत बढ़ा दें...
जन-वन योजना, डोभा योजना...
सब बनते अखबारों में...
यहां पेड़ भी जगमग करते...
सिर्फ-सिर्फ अखबारों में...
ढूंढते रह जाओगे, मोबाइल...
नहीं मिलेगा सड़कों पे...
अपना पैसा जेब निकालो
खा लो, तुम हर हालों में...
झूठ-झूठ ही, झूठ-झूठ अब...
हर जगह दिखाई देता है...
क्या तिलिस्म है...
इस सरकार का...
वाह-वाह सब करता है...
असली मजा तो इन नेताओं की...
खूब कटती है मस्ती में...
मर गई जनता, मरती जनता...
हर हाल मरेगी, झारखण्ड में...

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